Haryana News: हरियाणा में खेतों के रास्ते होंगे पक्के, यहां जानें क्या है पूरी स्कीम?
हरियाणा सरकार खेतों तक पहुंचने वाले कच्चे रास्तों को पक्का करने के लिए बड़ी पहल कर रही है। 'मुख्यमंत्री खेत खलिहान सड़क योजना' (Chief Minister Farm Barn Road Scheme) के तहत हर विधानसभा क्षेत्र में 25 किलोमीटर तक के रास्तों को पक्का करने का लक्ष्य है। अब तक राज्य में 3500 किलोमीटर से ज्यादा रास्तों को पक्का किया जा चुका है।

चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने ग्रामीण इलाकों में खेती के लिए इस्तेमाल होने वाले कच्चे रास्तों को पक्का करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। ‘मुख्यमंत्री खेत खलिहान सड़क योजना’ (Chief Minister Farm Barn Road Scheme) के तहत प्रदेश भर में इन रास्तों को पक्की सड़कों में बदलने का काम जोरों पर चल रहा है।
यह जानकारी हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने विधानसभा सत्र के दौरान दी। उन्होंने बताया कि योजना के तहत हर विधानसभा क्षेत्र में 25 किलोमीटर तक के खेतों के रास्तों को पक्का करने का टारगेट तय किया गया है। अब तक 90 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 3580.44 किलोमीटर रास्ते पक्के किए जा चुके हैं। इस काम पर सरकार की ओर से करीब 639.31 करोड़ रुपये (63931.1 लाख) की राशि जारी की जा चुकी है।
पंवार ने यह जानकारी उस वक्त साझा की जब बजट सत्र के दौरान विधायक उमेद सिंह ने इस विषय पर सवाल पूछा। मंत्री ने बताया कि यह योजना 1 नवंबर 2018 से लागू की गई थी, और यह हरियाणा ग्रामीण विकास योजना (Haryana Rural Development Scheme) के अंतर्गत आती है।
योजना के नियमों के मुताबिक, हर विधानसभा क्षेत्र में 25 किलोमीटर तक ईंटों से, या फिर 15 किलोमीटर तक इंटरलॉकिंग पेवर ब्लॉक से रास्तों का निर्माण किया जा सकता है। इसके लिए संबंधित जिला परिषद के मुख्य अभियंता और पंचायती राज विभाग के कार्यकारी अभियंता द्वारा प्रोजेक्ट की रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजी जाती है। फिर मुख्यमंत्री से अंतिम मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू किया जाता है।
चरखी दादरी जिले का जिक्र करते हुए मंत्री ने बताया कि यहां अब तक 28.41 किलोमीटर के रास्तों को पक्का करने के लिए 10 करोड़ 39 लाख 31 हजार रुपये की राशि स्वीकृत की जा चुकी है।
राज्य सरकार की यह योजना न केवल गांवों में बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित कर रही है, बल्कि किसानों को भी खेतों तक पहुंचने में काफी राहत दे रही है। यह पहल ग्रामीण इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।